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नराकास वार्षिक राजभाषा पुरस्कार - TOLIC ANNUAL OL AWARDS 2009-10

Thursday, December 18, 2008

कोयंबत्तूर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समति की अर्द्ध-वार्षिक बैठक एवं हिंदी दिवस समारोह संपन्न



कोयंबत्तूर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की अर्द्ध-वार्षिक बैठक एवं हिंदी दिवस समारोह दि.17 दिसंबर, 2008 को सुसंपन्न हुआ । बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष श्री एन। ए। नायर, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त ने की । बैठक का शुभारंभ श्रीमती एस. लता के प्रार्थना गीत से हुआ । समिति के सदस्य-सचिव एवं कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सहायक निदेशक (राजभाषा) डॉ. सी. जय शंकर बाबु ने सभी अधिकारियों तथा प्रतिनिधियों का स्वागत किया और समिति की गतिविधियों का परिचय दिया ।
समिति के अध्यक्ष श्री एन. ए. नायर जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि राजभाषा के रूप में हिंदी के प्रगामी प्रयोग को बढ़ावा देना हमारा दायित्व है । इस दायित्व की पूर्ति की दिशा में आनेवाली कठिनाइयों के संबंध में आपसी विचार-विमर्श के लिए एक संयुक्त मंच के रूप में नगर राजभाषा कार्यान्वन समिति की विशिष्ट भूमिका है । उन्होंने कहा कि कोयंबत्तूर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति अपने उद्देश्यों एवं कार्यों में काफ़ी सक्रिय है एवं राजभाषा कार्यान्वयन की दिशा में सामयिक चेतना के साथ गतिशील है । समिति के सदस्य-कार्यालयों के उपयोगार्थ सदस्य-सचिव डॉ. सी. जय शंकर बाबु द्वारा बनाई गई राजभाषा साधन सी.डी. के द्वारा कंप्यूटरों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा मिला है । कंप्यूटरों में हिंदी प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु प्रशिक्षण की व्यवस्था भी समिति के द्वारा की गई है । हाल ही समिति के द्वारा आयोजित सूचना प्रौद्योगिकी कार्यशाला के संबंध में भी काफ़ी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है । हिंदी में कार्य करने की प्रेरणा बढ़ाने के लिए स्टॉफ़ सदस्यों के लिए उत्तर भारत के कार्यालयों में कार्य का अध्ययन करने हेतु अध्ययन यात्राओं की योजना बनाने के संबंध में प्रस्ताव रखते हुए उन्होंने कहा कि इससे हिंदी के साथ उनका संपर्क बढ़ जाएगा और उन्हें हिंदी में कार्य करने की अच्छी प्रेरणा भी मिल जाएगी ।
बैठक में उपस्थित हिंदी शिक्षण योजना के सर्वकार्यभारी अधिकारी श्री अशोक सक्सेना जी ने कहा कि हिंदी शिक्षण योजना की सेवाओं का उपयोग करते हुए सभी कार्यालयों के प्रधान अपने यहाँ प्रशिक्षण के लिए शेष सभी स्टॉफ सदस्यों को प्रशिक्षण दिलवाए । हिंदी में कार्य शुरू करने में कठिनाई महसूस हो तो अंग्रेजी के साथ हिंदी को भी मिलाकर राजभाषा के प्रयोग को बढ़ाने का प्रयास किया जाए ।
भारत संचार निगम लिमिटेड के प्रधान महाप्रबंधक श्री ए. शाजहान जी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की गतिविधियों में गतिशीलता के कारण कोयंबत्तूर नगर स्थित सरकारी कार्यालयों में राजभाषा कार्यान्वयन में अच्छी प्रगति हासिल हुई है ।
सदस्य-सचिव डॉ. सी. जय शंकर बाबु ने बताया कि हर वर्ष मई तथा अक्तूबर महीनों में संपन्न होनेवाली समिति की अर्द्ध-वार्षिक बैठकों में कार्यालय प्रधानों का उपस्थित होना तथा समीक्षार्थ राजभाषा कार्यान्वयन की अर्द्ध-वार्षिक रिपोर्ट समिति को समय पर प्रस्तुत करना आवश्यक है । उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हिंदी शिक्षण की नियमित कक्षाओं में किसी करणवश किन्हीं स्टॉफ सदस्यों को शामिल नहीं किया जा सकता तो उन्हें पत्रचार प्रशिक्षण अथवा राजभाषा विभाग के पोर्टल के माध्यम से चलाए जा रहे लीला प्रबोध प्रवीण एवं प्राज्ञ ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के मध्यम से प्रशिक्षण दिलवाया जा सकता है । राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कंप्यूटरों में हिंदी के प्रयोग बढ़ाने पर भी उन्होंने बल दिया ।
तदनंतर सदस्य कार्यालयों में राजभाषा कार्यान्वयन की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई । बैठक में चर्चित महत्वपूर्ण मद इस प्रकार हैं –
Ø कोयंबत्तूर नगर में हिंदी शिक्षण योजना को प्रभावी बनाने हेतु अतिरिक्त हिंदी प्राध्यापकों की तैनाती तथा हिंदी टंकण एवं आशुलिपि प्रशिक्षण की सुविधा सुनिश्चित करने हेतु रिक्त सहायक निदेशक (टंकण एवं आशुलिपि) पद पर तुरंत तैनाती हेतु राजभाषा विभाग को प्रस्ताव सर्वकार्यभारी अघिकारी के कार्यालय द्वारा भेजे जाएं ।
Ø कोयंबत्तूर नगर में अल्पकालीन गहन हिंदी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की व्यवस्था हेतु भी सर्वकार्यभारी अघिकारी, हिंदी शिक्षण योजना द्वारा प्रयास किया जाए ।
Ø समिति की ओर से नियमित रूप से कोयंबत्तूर में कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी ।
Ø सभी कार्यालयों में राजभाषा अधिनियम, 1963 की धारा 3(3) में निर्धारित 14 प्रकार के दस्तावेज द्विभाषी रूप में जारी करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए ।
Ø राजभाषा विभाग द्वारा वार्षिक कार्यक्रम में ‘ग’ क्षेत्र में पत्राचार के लिए निर्धारित लक्ष्य 55 प्रतिशत हासिल करने हेतु प्रयास किया जाए ।
Ø राजभाषा नियम, 1976 के नियम-11 का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु सभी रबड़ मुहरें तथा कार्यालय के नामपट्ट, सूचना पट्ट आदि नियमानुसार द्विभाषी / त्रिभाषी रूप में बनवाना सुनिश्चित किया जाए ।
Ø राजभाषा विभाग द्वारा वर्ष 2008-09 के लिए जारी वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित सभी लक्ष्य हासिल करने हेतु प्रयास किया जाए ।
Ø समिति द्वारा उच्च अधिकारियों के लिए राजभाषा प्रबंधन पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम निकट भविष्य में आयोजित करने का प्रयास किया जाए ।
Ø समिति की पत्रिका तथा सदस्य-निर्देशिका का प्रकाशन यथाशीघ्र किया जाए ।
Ø हिंदी में वैज्ञानिक लेखन को बढ़ावा देने हेतु वैज्ञानिकों के लिए समिति के तत्वावधान में गन्ना प्रजनन संस्थान की ओर से एक संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा ।
बैठक की कार्यवाही समाप्त होने के बाद राजभाषा कार्यान्वयन में श्रेष्ठ कार्य-निष्पादन हेतु वार्षिक पुरस्कारों का वितरण समिति के अध्यक्ष श्री एन.ए. नायर के कर कमलों से किया गया ।
सरकारी कार्यलय वर्ग में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एवं आयकर कार्यलय को विशिष्ट पुरस्कार, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को प्रथम पुरस्कार, एस एंड टी कर्मशाला को द्वितीय पुरस्कार, गन्ना प्रजनन संस्थान को तृतीय पुरस्कार एवं कर्मचारी राज्य बीमा निगम, कंपनी पंजीयक का कार्यालय और केंद्रीय विद्यालय, सूलूर को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए ।
सरकारी उपक्रम वर्ग के अंतर्गत भारत संचार निगम लिमिटेड एवं नेशनल टेक्सटाईल कार्पोरेशन लिमिटेड को विशिष्ट पुरस्कार, भारतीय कपास निगम लिमिटेड को प्रथम पुरस्कार, भारतीय खाद्य निगम को द्वितीय पुरस्कार, स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड को तृतीय पुरस्कार, इरुगूर इंस्टलेशन, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड, क्षेत्रीय कार्यालय को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए ।
श्रेष्ठ राजभाषा पत्रिकाओं के लिए दिए जाने वाले वार्षिक पुरस्कारों के अंतर्गत सरकारी कार्यालय वर्ग में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा प्रकाशित कोंगु निधि को विशिष्ट पुरस्कार, आयकर कार्यालय द्वारा प्रकाशित आयकर प्रसून को प्रथम पुरस्कार, वायु सेना के बेस मरम्मत डिपो, सूलूर द्वारा प्रकाशित इंद्रधनुष को द्वितीय पुरस्कार, केंद्रीय विद्यालय, सूलूर द्वारा प्रकाशित विद्यालय पत्रिका के लिए तृतीय पुरस्कार तथा सरकारी उपक्रम वर्ग में भारत संचार निगम लिमिटेड द्वारा प्रकाशित अमृतवाणी को प्रथम पुरस्कार प्रदान किए गए ।
समिति के द्वारा आयोजित हिंदी सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कारों का वितरण किया गया । अंत में सदस्य-सचिव डॉ. सी. जय शंकर बाबु द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ ही बैठक सुसंपन्न हुई।

विशिष्ट पुरस्कार विजेता


कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, क्षेत्रीय कार्यालय, कोयंबत्तूर

विशिष्ट पुरस्कार विजेता

भारत संचार निगम लिमिटेड, कोयंबत्तूर

वार्षिक पुरस्कार वितरण एवं बैठक की कुछ झांकियाँ


गन्ना प्रजनन संस्थान के निदेशक एवं हिंदी समन्वयक द्वारा वार्षिक राजभाषा पुरस्कार ग्रहण


स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिधि वार्षिक राजभाषा पुरस्कार ग्रहण करते हुए





कंपनी पंजीयक के कार्यालय के प्रतिनिधि वार्षिक राजभाषा पुरस्कार ग्रहण करते हुए
एस एंड टी कर्मशाला, दक्षिण रेलवे के मुख्य कर्मशाला प्रबंधक द्वारा वार्षिक राजभाषा पुरस्कार ग्रहण


बैठक की कार्ववाही


उपस्थित अधिकारी


उपस्थित अधिकारी



वार्षिक पुरस्कार वितरण

कर्मचारी राज्य बीमा निगम
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन, इरुगूर इंस्टलेशन

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन, क्षेत्रीय कार्यालय

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण

केंद्रीय विद्यालय, सूलूर

भारतीय खाद्य निगम

आयकर कार्यालय

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल

भारतीय कपास निगम लिमिटेड

राजभाषा पत्रिका पुरस्कार वितरण

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की राजभाषा पत्रिका कोंगु निधि के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार


५, बेस रिपेर डिपो, वायु सेना की पत्रिका इंद्र धनुष

भारत संचार निगम लिमिटेड


आयकर कार्यालय

केंद्रीय विद्यालय, सूलूर की पत्रिका के लिए पुरस्कार

Tuesday, November 25, 2008

सूचना प्रौद्योगिकी कार्यशाला का शुभारंभ

सूचना तकनीकों का प्रयोग करें - राजभाषा का विकास करें

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, कोयंबत्तूर के सदस्य कार्यालयों के पदधारियों के प्रशिक्षण हेतु आयोजित सूचना प्रौद्योगिकी कार्यशाला का आज सुबह 10 बजे शुभारंभ हुआ । भारत संचार निगम लिमिटेड के साई बाबा कालोनी स्थित सम्मेलन कक्ष में श्री एन. ए. नायर, अध्यक्ष, नराकास द्वारा दीप प्रज्वलन और श्रीमती परिमला जी के प्रार्थना गीत के साथ औपचारिक उद्घाटन किया गया । उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री ए. शाजहान, प्रधान महाप्रबंधक, भारत संचार निगम, कोयंबत्तूर पधारे थे ।

समिति के सदस्य-सचिव डॉ। सी। जय शंकर बाबु ने अतिथियों का स्वागत किया एवं कार्यशाला की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला । श्री नायर जी ने अपने वक्तव्य में कहा आज उपलब्ध सूचना तकनीकों का प्रयोग करते हुए हम राजभाषा कार्यान्वयन की दिशा में प्रगति हासिल कर सकते हैं । ई-मेल, वेबसाइट आदि के लिए भी हिंदी का प्रयोग किया जा सकता है ।

मुख्य अतिथि श्री ए. शाजहान जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि राजभाषा कार्यान्वयन में सूचना तकनीकों का विशिष्ट उपयोगिता है । ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन से राजभाषा संबंधी लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है ।


समिति के सदस्य-सचिव डॉ। सी। जय शंकर बाबु ने अपने वक्तव्य में कहा कि कंप्यूटर एवं इंटरनेट के क्षेत्र में भारतीय भाषाओं का विकास हुआ है । भाषाई कंप्यूटिंग के लिए कई साधन आन-लाइन एवं ऑफ-लाइन में भी उपलब्ध हैं । ऐसे साधनों की जानकारी एवं प्रयोग की चेतना बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यशाला में प्रतिभागी यूनिकोड का प्रयोग एवं अनुवाद औजारों के इस्तेमाल का कौशल हासिल कर सकते हैं ।

इस कार्यशाला में कुल चालीस पदधारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं । कार्यशाला में कुल छः घंटो का प्रशिक्षण दिया जाएगा । आज शाम प्रतिभागियों की प्रतिक्रियाओं एवं प्रमाणपत्र वितरण के साथ कार्यशाला सुसंपन्न होगी ।

Tuesday, October 7, 2008

क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन १५-१६ अक्तूबर, २००८ को अरवंकाडु में


Regional Official Language Conference at Aruvankadu

According to the communication received from the Regional Implementation Office (South-West), Cochin vide letter (CORRIGENDUM) no.22/1/2008/RIO/C/644, Dt.4.10.2008 the Regional Official Language Conference scheduled to be convened at Aruvankadu is postponed to 15-16 October, 2008. The venue, time and all other details indicated in the RIO’s letter(lr.no.22/1/2008/C/612, dated 19.9.08) will remain unchanged.


Wednesday, October 1, 2008

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में हिंदी मासोत्सव सुसंपन्न

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में हिंदी मासोत्सव दि.१ सितंबर, २००८ से ३० सितंबर, २००८ तक पूरी गरिमा के साथ सुसंपन्न हुआ ।
(पूरी जानकारी व चित्र शीघ्र ही यहाँ प्रकाशित होंगे)

Friday, September 26, 2008

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन, इरुगूर में हिंदी पखवाड़ा संपन्न




Hindi Fortnight held in HPCL, Irugur Installation


HINDI FORTNIGHT HELD

AT HINDUSTAN PETROLEUM CORPORATION LIMITED,

IRUGUR INSTALLATION

Hindi Fortnight held at Hindustan Petroleum Corporation, Irugur Installation from 12-09-2008 to 26-09-2008. Quiz competition and Reading competition were held where all the employees actively participated. More than competition, involvement of all the employees was evident from the activities. Prize distribution ceremony was held on 23-09-2008, Tuesday. Manager Installation Shri K. Ethirajan presided over the function.
Shri K. S. Baiju, Hindi Coordinator welcomed all the employees and spoke on the importance of Hindi as our National Language. Shri K. Ethirajan, Manager Installation addressed the gathering and spoke on the importance of learning Hindi and practical problems faced by the employees one who does not know Hindi and work in other installations outside state. Shri S. Venkatesh Kumar, Depot Manager addressed the employees on the occasion and gave beautiful practical tips to learn Hindi. Many of the employees entertained the gathering with their sweet voice by singing latest and melodious Hindi songs. Prizes were distributed by Manager Installation Shri K . Ethirajan to the winners in Hindi competitions. Token prizes were also distributed to all the participants.

Monday, September 15, 2008

हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ



हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ

14 सितंबर, 2008 को हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ ज्ञापित करते हुए मुझे असीम प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है । आशा है, इस अवसर पर राजभाषा के कार्यान्वयन तथा प्रचार-प्रसार में नई मंजिलें तय करने हेतु सभी सफल प्रयास किए जाएंगे ।
एन. ए. नायर
अध्यक्ष
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, कोयंबत्तूर

Monday, August 18, 2008

हिंदी प्रतियोगिताएँ / Hindi Competitions


हिंदी प्रतियोगिताएँ / Hindi कोम्पेतिशन्स
यदि उक्त सूचना के पढ़ने में कोई कठिनाई हो तो कृपया यहाँ देखिए ।If unable to read the above information, kindly log on to TOLIC

Saturday, June 21, 2008

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड में राजभाषा समन्वयकों के लिए हिंदी कार्यशाला संपन्न


सरल हिंदी का प्रयोग करते हुए सभी को हिंदी के साथ जोड़ें - सेल्व कुमार

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के कोयंबत्तूर क्षेत्रीय कार्यालय में दि.19 एवं 20 जून, 2008 तक दक्षिणांचल के कोच्चिन एवं कोयंबत्तूर क्षेत्रों के राजभाषा समन्वयकों के लिए विशेष कार्यशाला सुसंपन्न हुई । दि.19 जून को कार्यशाला का औपचारिक उद्घाटन श्री रमेश संपत, प्रबंधक (वित्त) ने किया । श्रीमती चित्रा जी. अय्यर के प्रार्थना गीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । श्री रमेश संपत ने अतिथियों का स्वागत किया । तदवसर पर अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा की आज हर क्षेत्र में प्रगति हो रही है । उन्होंने आह्वान किया कि हिंदी को कामकाज की भाषा बनाकर अपने कारोबार के साथ जोड़ी जाए । चेन्नई दक्षिणांचल कार्यालय के उप प्रबंधक (राजभाषा) डॉ. एस. बशीर ने राजभाषा समन्वयकों की भूमिका के संबंध में प्रकाश डालते हुए कहा कि तन-मन से राजभाषा की सेवा में लगे रहते हुए हिंदी के विकास को सुनिश्चित कर सकते हैं । हिंदी के लिए उपलब्ध साधनों का सही उपयोग करते हुए दैनिक कामकाज में राजभाषा नीति के कार्यान्यन के लक्ष्यों को हासिल करने का प्रयास किया जाए । इस अवसर पर मुख्य अथिति एवं व्याख्याता के रूप में उपस्थित डॉ. सी. जय शंकर बाबु, सदस्य-सचिव, कोयंबत्तूर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति एवं सहायक निदेशक (राजभाषा), कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अपने वक्तव्य में कहा कि हिंदी समन्वयकों को निष्ठा के साथ राजभाषा कार्यान्वयन संबंधी दायित्व को निभाने में पूरी रुचि दर्शानी चाहिए । आज उपलब्ध सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए सभी आयामों में राजभाषा का विकास सुनिश्चित कर सकते हैं । तदनंतर कार्यशाला के प्रथम सत्र में डॉ. सी. जय शंकर बाबु ने भारत सरकार की राजभाषा नीति के संबंध में व्याख्यान देते हुए राजभाषा संबंधी संवैधानिक प्रावधान, राजभाषा अधिनियम, नियम एवं राजभाषा संबंधी विभिन्न समितियों के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला । दूसरे सत्र में डॉ. एस. बशीर ने राजभाषा कार्यान्वयन के लिए बुनियादी आवश्यकताओं के संबंध में व्याख्यान देते हुए राजभाषा कार्यान्वयन की प्रगति हेतु जिन आयामों पर कार्य करना है, उनकी ओर सभी समन्वयकों का ध्यान आकर्षित किया । तीसरे सत्र में कोचिन क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य राजभाषा अनुवादक श्री रमेश प्रभु ने नकद पुरस्कार योजनाओं की जानकारी दी ।
दूसरे दिन कोयंबत्तूर क्षेत्र के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक श्री एम. सेल्व कुमार जी ने समन्वयकों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदीतर क्षेत्र में हिंदी सीखकर हिंदी के विकास के लिए पूरी निष्ठा के साथ कार्य किया जा रहा है । यह इस क्षेत्र की एक विशिष्ट उपलब्धि है । स्कूली स्तर पर हिंदी की पढ़ाई न होने के बावजूद तमिलनाडु के लोग कार्यालयों में हिंदी सीखकर राजभाषा की श्रीवृद्धि में आत्मीयतापूर्वक अपना योगदान सुनिश्चित कर रहे हैं । अंग्रेज़ी में बातचीत करने की जगह कारपोरेशन के कारोबार में हिंदी का इस्तेमाल करते हुए आम जनता के साथ अच्छा संवाद स्थापित किया जा सकता है । समन्वयकों को कंप्यूटर का अधिकाधिक प्रयोग राजभाषा कार्यान्वयन कार्य में करने हेतु प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि सरल हिंदी का प्रयोग करते हुए सभी को हिंदी के साथ जोड़ने का प्रयास किया जाए । दूसरे दिन के प्रथम सत्र में डॉ. सी. जय शंकर बाबु ने हिंदी के लिए उपलब्ध कंप्यूटर अनुप्रयोगों के संबंध में व्याख्यान दिया । उन्होंने अपने द्वारा बनाए गए ‘राजभाषा साधन’ कंपैक्ट डिस्क के संबंध में भी विस्तार से प्रकाश डालते हुए स्पष्ट किया कि इस सी.डी. का उपयोग करते हुए राजभाषा नीति के कार्यन्वयन में निश्चय ही प्रगति हासिल की जा सकती है । उन्होंने हिंदी के लिए यूनिकोड एवं विभिन्न वेब अनुप्रयोगों के संबंध में व्यावहारिक प्रस्तुतीकरण भी किया । राजभाषा साधन सी.डी. की उपयोगिता के आलोक में मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक श्री सेल्व कुमार जी तथा समस्त प्रतिभागियों ने इसके संकलन एवं प्रस्तुतीकरण के लिए डॉ. सी. जय शंकर बाबु की तारीफ़ करते हुए कहा समूचे भारत में राजभाषा के क्षेत्र में यह एक अनूठा प्रयास है । दुपहर के सत्र में आयकर कार्यालय की सहायक निदेशक (राजभाषा) श्रीमती विजयलक्ष्मी माधवन ने हिंदी टिप्पण एवं आलेखन पर अपना व्याख्यान दिया एवं अभ्यास भी करवाया । तदनंतर डॉ. बशीर ने कार्यालय में प्रयोग होने वाले मानक मसौदों के अनुवाद कार्य का अभ्यास करवाया । समापन सत्र में प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की । कार्यशाला का संयोजन कोयबंत्तूर क्षेत्रीय कार्यालय के सचिव श्री श्रीराम ने किया । श्री टी.ए. सुधाकुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यशाला सुसंपन्न हुई । राजभाषा कार्यान्वयन कार्य में अपना सक्रिय योगदान सुनिश्चित करने की स्फूर्ति इस कार्यशाला से राजभाषा समन्वयकों को मिली ।

राजभाषा साधन सी.डी. के बहाने अपनी बात


राजभाषा साधन कंपैक्ट डिस्क का प्रस्तुतीकरण

राजभाषा के रूप में संवैधानिक मान्यता प्राप्त हिंदी भाषा भारत की बहु प्रचलित भाषा है । वैश्विक धरातल पर भी इसके विस्तार एवं विकास की संभावनाएँ नज़र आ रही हैं । जहाँ एक स्वतंत्र राष्ट्र के नागरिकों को अपने राष्ट्र की विरासत के प्रति श्रद्धा होनी चाहिए वहीं विश्व स्तर पर पहचान के लिए अपनी भाषा एवं अपनी संस्कृति के प्रति भी विशेष गौरव होना आवश्यक है । विश्व में हिंदी हमारी अस्मिता का प्रतीक है । भारत सरकार की राजभाषा नीति के आलोक में सरकारी कामकाज हिंदी का प्रयोग करना सरकारी कर्मियों का नैतिक दायित्व है । इस दायित्व को निभाने में किसी बहाने कोई छूट नहीं लिया जाना चाहिए । संवैधानिक प्रावधानों के प्रति हमें प्रतिबद्ध होना ज़रूरी है । वैश्वीकरण के इस दौर में भी हमें दूसरी राय की ज़रूरी नहीं है । हिंदी विश्व भाषा के रूप में विकसित होने के लिए योग्य, सक्षम व साधन संपन्न भाषा है । इसके विस्तार व विकास से दुनिया में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ेगी । हिंदी भारत में किसी एक प्रदेश या बोली से विकसित भाषा नहीं है । इसमें भारत की समस्त भाषाओं की सुगंध फैली हुई है । भूमंडलीकरण के दौर में वैश्विक धरातल पर भारतीय अस्मिता के लिए इसके विस्तार एवं विकास के लिए संकल्पबद्ध होना प्रत्येक भारतवासी का कर्त्तव्य है ।
सूचना-प्रौद्योगिकी ने आज हमारे जीवन के समस्त पहलुओं को प्रभावित किया है । भाषाओं के विकास की दिशा में यह वरदान साबित हुआ है । सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञों का ध्यान भाषाओं की ओर भी आकृष्ट हुआ है । परिणामतः भाषाओं के विकास में उपयोगी कई उपकरण इनके द्वारा विसकित किए गए हैं । इनके प्रयोग से हम अपने कामकाज में गतिशीलता एवं गुणात्मकता सुनिश्चित कर सकते हैं । राजभाषा के रूप में हिंदी के प्रयोग, प्रचार-प्रसार के लिए आज कई साधन उपलब्ध हैं । ऐसे साधनों एवं उपकरणों के प्रति जागरूकता के अभाव में इनका प्रयोग एवं सदुपयोग नहीं हो पाता है ।
आज भाषाई अनुप्रयोगों के लिए विकसित उपकरणों की संख्या सैकडों में है । भाषाओं के बहु आयामी विकास एवं प्रयोग के लिए ऐसे उपकरण कारगर साबित हुए हैं । विकसित तकनीकों का ही प्रयोग करते हुए अत्यंत कम खर्च से अधिकाधिक उपयोगी साधन ‘राजभाषा साधन’ के नाम से इस कंपैक्ट डिस्क के रूप में उपलब्ध कराने का विनम्र प्रयास मैंने किया है । इससे नराकास के सदस्य-कार्यालयों में राजभाषा कार्यान्वयन के लिए उपयोगी साधन उपलब्ध रहना सुनिश्चित हो पाएगा । मेरे इस कार्य के लिए नराकास, कोयंबत्तूर के अध्यक्ष महोदय श्री के. श्रीनिवासन जी ने सहर्ष स्वीकृति दी है तथा संरक्षण भी प्रदान किया है । उनके प्रोत्साहन एवं कई कार्यालयों की मांग के फलस्वरूप यह सी.डी. आपके प्रयोग के लिए इस रूप में प्रस्तुत है । इसमें संकलित तमाम साधन एवं उपकरण वैसे अंतरजाल पर सहज ही उपलब्ध हैं । मिसाल के तौर पर एकाध उपयोगी उपकरण मैंने इस सी.डी. में शामिल किया है । ऐसे उपकरणों की जानकारी एवं जागरूकता के अभाव अथवा कार्यालयों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध न होने जैसे कारणों से इन साधनों का समुचित उपयोग करने से कई राजभाषा कर्मी वंचित रह जाते हैं । भारत सरकार की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन में उपयोगी महत्वपूर्ण जानकारी, राजभाषा विभाग द्वारा जारी पुस्तकें, वार्षिक कार्यक्रम, हिंदी भाषा एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण कैलेंडर, परिपत्र, वेब साइट पर उपलब्ध कराई गई जानकारी, विभिन्न प्रपत्र आदि के अलावा हिंदी भाषाई ज्ञान को विकसित करने हेतु उपयोगी एकाध पुस्तकें भी ई-पुस्तकों के रूप में अंतरजाल से संग्रहित करके इसमें संकलित किया है । राजभाषा विभाग तथा अन्य सरकारी एवं निजी वेबसाइटों पर ये चीजें डाउनलोड हेतु उपलब्ध हैं । सदस्य कार्यालयों द्वारा राजभाषा कार्यान्वयन की प्रगति से नराकास को अवगत कराने हेतु निर्धारित प्रश्नावलियों, प्रपत्रों को भी इसमें संकलित किया है । भाषाई अनुप्रयोगों में मुख्यतः अनुवाद कार्य हेतु भारत सरकार का उपक्रम प्रगत संगणन विकास केंद्र द्वारा विकसित ‘मंत्र’ साफ्टवेयर संस्थापन के लिए उपयोगी उपकरण भी सी.डी. में संकलित हैं । कंप्यूटर व इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं के सक्षम प्रयोग में उपयोगी यूनिकोड फांट अनुप्रयोगों के लिए अपेक्षित कुछ उपकरण, मदद व उनका संपर्क भी इस सी.डी. में मैंने संकलित किया है । इन सबके अलावा राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन के लिए को प्रेरित व उत्साहित करने तथा हिंदी प्रयोग व प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने में उपयोगी सामग्री भी इसमें शामिल है ।
आशा एवं विश्वास है, इस सी.डी. का सही रूप में उपयोग करते हुए भारत सरकार की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन की दिशा में गतिशीलता लाने तथा हिंदी प्रयोग एवं प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने का भरपूर प्रयास अवश्य किया जाएगा । इस संकलन के संबंध में आपकी प्रतिक्रियाओं का सादर स्वागत है ।
डॉ. सी. जय शंकर बाबु
सदस्य-सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, कोयंबत्तूर एवं सहायक निदेशक (राजभाषा), क.भ.नि.सं., कोयंबत्तूर

Friday, May 23, 2008

'राजभाषा साधन' (Official Language Resources) सी.डी. का विमोचन



नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य सचिव डॉ. सी. जय शंकर बाबु द्वारा बनाया गई 'राजभाषा साधन' (Official Language Resources) सी.डी. का विमोचन डॉ. वी. बालकृष्णन, उप निदेशक (कार्यान्वयन), राजभाषा कार्यान्वयन कार्यालय, कोचिन द्वारा किया गया ।

Thursday, May 22, 2008

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, कोयंबत्तूर की बैठक संपन्न

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न
MEETING OF THE TOWN OFFICIAL LANGUAGE IMPLEMENTATION COMMITTEE HELD
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, कोयंबत्तूर की बैठक दि.22.5.2008 को भारत संचार निगम लिमिटेड के सम्मेलन कक्ष में सुसंपन्न हुआ । बैठक की अध्यक्षता श्री के. श्रीनिवासन, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त ने की । डॉ. वी. बालकृष्णन, उप निदेशक (कार्यान्वयन), क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, कोच्चिन मुख्य अतिथि के रूप में तथा श्री रुक्माजी राव अमर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे । समिति के सदस्य-सचिव डॉ. जय शंकर बाबु, सहायक निदेशक (राजभाषा), कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, कोयंबत्तूर ने बैठक का संचालन किया । इस अवसर पर राजभाषा कार्यान्वयन में तथा हिंदी ज्ञानवर्धन में उपयोगी साधनों का संकलन - राजभाषा साधन कंपैक्ट डिस्क का विमोचन डॉ. वी. बालकृष्णन द्वारा किया गया । इस सी.डी. का संकलन एवं प्रस्तुतीकरण समिति के सदस्य-सचिव डॉ. सी. जय शंकर बाबु ने की है । इसकी प्रस्तावना श्री के. श्रीनिवासन ने लिखी है । बैठक में राजभाषा कार्यान्वयन के विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई है । बैठक की कुछ झांकिया यहाँ प्रस्तुत हैं ।